नाड़ी विज्ञान ( नाडी परीक्षा)



नाड़ी विज्ञान 
करस्यांगुष्ठमूले या धमनी जीवसाक्षीणी ।
तच्चेष्टया सुखं दुखं ज्ञेयं कायस्य पण्डितः ।। शा. पु ।

दोषानुसार नाड़ी गति 
दोषप्रकोप   अंगुली                     गति
1 वातज        तर्जनी    -    वक्र- सर्प के समान।
2 पितज        मध्यमिका  -  चंचल - काक, मण्डूक।
3 कफज       अनामीका  -  मंद- हंस या पारावत ।
4 वातपितज   तर्जनी- मध्यमिका - वक्रचंचल
5 वातकफज   तर्जनी- अनामीका - वक्रमंद 
6 पितकफज  अनामीका- मध्यमिका- कभी मंद, कभी चंचल 
7 त्रिदोषज    तर्जनी-मध्यमिका-अनामीका- तीनो दोष समान


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