Posts

Showing posts from June, 2017

थकान और कमज़ोरी

Image
थकान आजकल की बहुत आम समस्या है। सामान्य शब्दों में इसे बहुत अधिक थकान या सुस्ती या कमजोरी महसूस होना भी कह सकते हैं। 1.  प्रतिदिन एक कप गर्म जीरे की चाय का सेवन किया जाए या यदि प्रतिदिन भुने हुए जीरे के पाउडर का सेवन किया जाए तो आपको थकान दूर करने में सहायता मिलती है।  इससे न केवल हार्मोन्स नियमित होते हैं बल्कि इससे आपका प्रतिरक्षा तंत्र भी मज़बूत होता है और मूड भी अच्छा रहता है। यह सभी प्रकार की बीमारियों के लिए फर्स्ट एड की तरह काम करता है। 2.  राई के दानों में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के, केरोटीन और मिनरल्स पाए जाते हैं जो शरीर में रक्त के परिसंचरण को बढ़ाते हैं। राई के दाने ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करते हैं और इस प्रकार थकान को दूर करते हैं। 3.  एक कप अदरक की चाय पीयें और कुछ ही मिनिटों में आपकी थकान दूर हो जायेगी। इसका स्वाद तभी अच्छा आता है जब इसे अच्छी तरह कद्दूकस करके या कूटकर 10-15 मिनिट तक उबाला जाये। 4.  यदि प्रतिदिन सुबह उठकर एक टीस्पून दालचीनी के पाउडर को शहद और पानी के साथ लिया जाए तो इससे थकान से छुटकारा मिलता है। आपको कुछ ही सप्ताह में इसका प्रभाव

डेंगू के लक्षण, कारगर घरेलू नुस्खे

Image
डेंगू एक ऐसा वायरल इन्फेक्शन है जिससे हर साल लाखों लोग प्रभावित होते हैं। यह वायरस मच्छरों से फैलता है। यह एडीज नामक मादा मच्छर फैलता है जो साफ पानी में पनपते हैं। डेंगू एक खतरनाक बीमारी है और इसका इलाज करना बेहद जरूरी होता है क्योंकि यह जानलेवा साबित हो सकता है। वहीं इसे ठीक करने के कुछ घरेलू तरीके भी हैं जिन्हें अपनाकर इसे ठीक किया जा सकता है। एक बार किसी व्यक्ति को डेंगू हो जाए तो ऐसा कम होता है कि वह इससे दुबारा ग्रसित हो, अगर किसी को दुबारा डेंगू होता है तो डेंगू भयंकर रूप ले सकता है। ऐसे कई घरेलू उपाय हैं जिन्हें अपनाकर डेंगू के बुखार को सही किया जा सकता है। एक आम फ्लू और डेंगू में अंतर करना मुश्किल हो जाता है क्योंकि इनके लक्षण लगभग एक जैसे होते हैं। इसलिए हम आज आपको डेंगू बुखार के लक्षण और उसके घरेलू उपचार बताने जा रहे हैं। डेंगू बुखार के लक्षण- – तेज ठंड लगकर बुखार का चड़ना डेंगू का लक्षण है। डेंगू मच्छर के काटने के 3 से 14 दिन के अंदर इसका असर दिखता है। – सिर और आंखों में दर्द होता है। – शरीर और जोड़ों में बहुत दर्द होना। – उलटी होना और पेट खराब होना। – शरीर पर लाल धब्बे पड़

मजबूत, घने, लंबे बालों के लिये टिप्स

Image
हम महिलायें अक्सर ऐसी चीज़ें ढूंढती रहती हैं जिससे हमारे बालों का विकास हो, वे घने और चमकीले बने। हालाँकि सबसे बड़ी समस्या बालों के झड़ने की होती है। इसके कई कारण हैं जैसे तनाव, वंशानुगत, केमिकल्स का अत्यधिक मात्रा में उपयोग करना, बालों को डाई करना तथा अन्य। बाल झड़ने से बहुत तनाव होता है। बहुत सी महिलओं को समय से पूर्व बालों के सफ़ेद होने जैसी समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। हम फिर से अपनी जड़ों की तरफ जा रहे हैं। हमने पहले आयुर्वेद से प्रारंभ किया और फिर हम केमिकल युक्त पदार्थों का उपयोग करने लगे और अब हम बालों की समस्याओं के उपचार के लिए फिर से आयुर्वेद की ओर बढ़ रहे हैं। मुझे याद है कि मेरी दादी मां कहा करती थी कि उन्होंने कभी भी शैंपू का उपयोग नहीं किया। उनकी उम्र 75 वर्ष है और उनके बाले काले हैं। उन्होंने कभी भी अपने बालों को डाई नहीं किया। स्वस्थ बालों के लिए आयुर्वेदिक हर्ब्स आयुर्वेदिक हर्ब्स के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि उनके कोई दुष्परिणाम नहीं होते। वे 100% शुद्ध और ऑर्गेनिक होते हैं और इनके बहुत अच्छी परिणाम होते हैं। यहाँ 10 उत्तम आयुर्वेदिक हर्ब्स के बारे में बता

घर बेठे आँखों के काले धब्बे को दूर करे

Image
कारण:  आजकल भाग-दौड़ भरी जिंदगी और इतना काम जिसके कारण हमारी आंखों में दर्द की शिकायत होना आम बात है। लेकिन जब इन आंखों के आस-पास काले घेरे बन जाएं तो फिर वह बेहद चिंता का विषय हो सकता है। वहीं शरीर में खून की कमी के कारण भी आंखों के नीचें काले धब्बे हो सकते हैं, ये बात आप जानते हैं कि एक बार आंखों के नीचे काले धब्बे आ जाये तो आसानी से वह जाते नहीं है। इसके लिए आप एक आयुर्वेदिक उपचार अपनाये जिससे आपके आंखों के काले धब्बे दूर हो सकते है। इसके लिए आपको एक छिला हुआ कच्चा आलू पतले पट्टे (स्लाइस) बनाने के लिए। और एक छिला हुआ कच्चा आलू पीसने के लिए। और एक विटामिन का कैप्सूल (मेडिकल स्टोर से लेना है। केसे बनाये और उपयोग करे :- सब से पहले एक आलू के छोटे छोटे दो स्लाइस यानि पट्टे काट लें और सोते समय उन्हे अपनी बंद आँखों पर रख दें। अब 10 से 15 मिनट सीधे पीठ के बल लैटे रहें। उसके बाद उठ जायें और अपना चहरा ठंडे पानी से धो लें। यह प्रयोग दिन के किसी भी समय करें। अब रात को सोते समय दूसरे आलू को किसी मिक्सर में अच्छे से पीस कर उसका रस निकाल लें और फिर उस रस को किसी रुई या कॉटन के कपड़े म

गले के रोगों के उपचार

Image
गले का दर्द होना सामान्यतः अत्यधिक धूम्रपान शराब, पीने से, ठण्डे पदार्थें के बाद एकदम गरम पदार्थ अथवा गरम पदार्थ के बाद एकदम ठण्डे पदार्थो के सेवन से, अत्यधिक अम्ल पदार्थो के सेवन से, भीषण कब्ज से, मौसम बदलने की हवा लगने से कच्चे फल खाने अथवा क्षोभक गैसों को नाक में सूँघने या मुख मार्ग से ग्रहण करने से तथा ज्यादा बोलने से ज्यादा बोलने से आदि कारणों से गले में सूजन व दर्द होने लगता है। साथ ही थूक निगलने में दर्द होता है। लक्षण: इसके लक्षण की बात की जाय तो गले में सूजन, कण्ठ में  दर्द थूक निगलने में दर्द, कण्ठ में खुजली, कण्ठ में खुश्की, सूखी खाँसी तथा ज्वर आदि लक्षण प्रकट होते हैं। गले में सूजन होने पर कभी-कभी थूक या कफ के साथ रक्त भी आने लगता है। गला बैठना तथा स्वरभंग होना भी इसके लक्षण हैं। आयुर्वेदिक उपचार: गले के रोगों में जामुन की छाल के सत को पानी में घोलकर ‘माउथ वॉश‘ की तरह इसका गरारा करना चाहिए। स्वरभंग में अदरक के साथ गन्ना चूसना चाहिए। गले में जलन व सूजन होने पर पालक के पत्ते थोड़े पानी में उबालकर लुगदी को गले में बाँध लीजिए, थोड़ी देर में आराम आ जायेगा। गले में रू