मजबूत, घने, लंबे बालों के लिये टिप्स

हम महिलायें अक्सर ऐसी चीज़ें ढूंढती रहती हैं जिससे हमारे बालों का विकास हो, वे घने और चमकीले बने। हालाँकि सबसे बड़ी समस्या बालों के झड़ने की होती है। इसके कई कारण हैं जैसे तनाव, वंशानुगत, केमिकल्स का अत्यधिक मात्रा में उपयोग करना, बालों को डाई करना तथा अन्य। बाल झड़ने से बहुत तनाव होता है। बहुत सी महिलओं को समय से पूर्व बालों के सफ़ेद होने जैसी समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है।
हम फिर से अपनी जड़ों की तरफ जा रहे हैं। हमने पहले आयुर्वेद से प्रारंभ किया और फिर हम केमिकल युक्त पदार्थों का उपयोग करने लगे और अब हम बालों की समस्याओं के उपचार के लिए फिर से आयुर्वेद की ओर बढ़ रहे हैं। मुझे याद है कि मेरी दादी मां कहा करती थी कि उन्होंने कभी भी शैंपू का उपयोग नहीं किया। उनकी उम्र 75 वर्ष है और उनके बाले काले हैं। उन्होंने कभी भी अपने बालों को डाई नहीं किया। स्वस्थ बालों के लिए आयुर्वेदिक हर्ब्स आयुर्वेदिक हर्ब्स के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि उनके कोई दुष्परिणाम नहीं होते। वे 100% शुद्ध और ऑर्गेनिक होते हैं और इनके बहुत अच्छी परिणाम होते हैं। यहाँ 10 उत्तम आयुर्वेदिक हर्ब्स के बारे में बताया गया है जो आपके बालों को स्वस्थ, मज़बूत और घना बनाते हैं। हम निश्चित रूप से कह सकते हैं कि एक बार जब आप इनका उपयोग करने लगेंगे और आपको बालों पर परिणाम दिखेगा तब आप इनका नियमित तौर पर उपयोग करने लगेंगे।
1. शिकाकाई हेयर फ्रूट के नाम से पहचाने जाने वाली शिकाकाई का उपयोग आयुर्वेदिक शैंपू बनाने में किया जाता है। इसमें विभिन्न प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट जैसे विटामिन ए, सी, डी और के पाए जाते हैं। आप शिकाकाई, रीता, आंवला पाउडर और पानी का उपयोग करके घर पर ही शैंपू बना सकते हैं। अच्छी परिणामों के लिए सप्ताह में तीन बार इसका उपयोग करें।
2. आंवला सूखे हुए आंवले के पाउडर का उपयोग हिना में किया जाता है और इससे बालों को प्राकृतिक भूरा रंग मिलता है। इससे बाल घने और मज़बूत होते हैं। क्योंकि यह प्राकृतिक है और इसमें कोई केमिकल नहीं होते अत: बालों के रंग को स्थायी बनाने के लिए आपको लगातार 6 महीनों तक सप्ताह में एक या दो बार इसका उपयोग करना चाहिए। आप आंवले के जूस को नारियल के तेल में मिलाकर इससे सिर की त्वचा की मालिश भी कर सकते हैं। इससे डैंड्रफ (रूसी) दूर होती है और बालों को पोषण भी मिलता है।
3. नीम त्वचा और बालों की समस्याओं के उपचार के लिए भारत में इसका उपयोग प्राचीन काल से होता आया है। आप या तो नीम के सूखे पाउडर का उपयोग कर सकते हैं या नीम की ताज़ा पत्तियों का उपयोग भी कर सकते हैं। खैर यह एक एंटी फंगल है और इसमें रक्त को शुद्ध करने का गुण होता है। इसके 3-4 बार उपयोग करने से सिर की जुओं को और डैंड्रफ को दूर करता है।
4. रीठा सोप नट के नाम से पहचाने जाने वाले रीठा का उपयोग प्राकृतिक कंडीशनर की तरह किया जाता है और इसे शिकाकाई के मिश्रण में मिलाया जाता है। इससे हल्का झाग बनता है और यह प्रत्येक बाल को कंडीशन करता है। यह बालों का झड़ना रोकता है, बालों को चमकीला बनाता है और बालों को घना बनाता है।
5. ब्राह्मी यह आयुर्वेदिक हर्ब बालों की रक्षा करने और बालों के विकास में सहायक होता है। यह बालों की जड़ों को पोषण प्रदान करता है और बालों की जड़ों को मज़बूत बनाता है। अधिकाँश हर्बल पैक में इसका उपयोग किया जाता है। ब्राह्मी की पत्तियों को सुखाकर इसका पाउडर बनाया जाता है। आप इस पाउडर को खरीदकर इसे दही औए शहद के साथ मिलाकर होममेड हेयर पैक बनाकर इसका उपयोग कर सकते हैं।

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