विरेचन चूर्ण से पेट रहे हमेशा दुरुस्त । ( Constipation )

Constipation is a common problem in present time.
It means either going to the toilet less often than usual to empty the bowels, or passing hard or painfully stools (feces).
Constipation may be caused by not eating enough fiber, or not drinking enough fluids.
आज कल पेट साफ न रहना, आम समस्या बनती जा रही है ।
खान पान में परहेज न रखना और पर्याप्त फाइबर युक्त भोजन  तथा तरल पदार्थो की कमी रखना, जिसकी वजह से शौच करते समय कठिनाई या मल का अवरोध ।
मल त्याग करते समय होने वाली कठिनाई ही कब्जियत कहलाती है। शौच करने के कुछ समय पश्चयात फिर से शौच या मल का वेग आना भी कब्जियत की निशानी है।
इस समस्या को जड़ से खत्म करता है ये विरेचन चूर्ण।
विरेचन चूर्ण बनाने की विधि :-  सनाय, गुलाब के फूल, हरड़, बहेड़ा, आँवला, सब 3-3 तोला, बादाम की गिरी तथा कुलफा के बीज 1-1 तोला और शुद्ध जमालगोटा 3 माशा इन्हें कूट पीस कर महीन चूर्ण करे।
मात्रा :- 1-2 माशा चूर्ण, 3 माशा मिश्री में मिलाकर रात को सोते समय ले तथा ऊपर से गरम दूध या गरम पानी ले ।
यह चूर्ण नये और पुराने कब्जियत को खत्म कर आमाशय और आंतों को शुद्ध करता है। इस चूर्ण को कोमल प्रकृति वाले भी ले सकते है।

Comments

  1. उपरोक्त औषधियों से बना चूरण किस कंपनी का मिलता है

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

खाने में जीरा क्यो जरूरी ?

अगले 2 वर्षों के भीतर डेंगू का इलाज शुरू करने के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा: आयुष मंत्रालय

धेर्य पूर्वक मस्से खत्म करे !